दीपावली का पर्व बेहदी ही खास पर्व है इस पर्व को रोशनी का पर्व भी कहा जाता है। दीपावली 2019 में कब है (Diwali 2019), दीपावली का शुभ मुहूर्त कितने बजे हैं, दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि (Diwali Laxmi Pujan Vidhi), दिवाली का महत्व (Diwali Importance) और दीपावली क्यों मनाई (Diwali Story) जाती है आज हम आपको ये बताने जा रहे हैं।
दीपावली 2019 में कब है (Diwali 2019)
साल 2019 में दीपावली का पर्व 27 अक्टूबर के दिन आ रहा है और इस बार पूजा का शुभ मुहूर्त 1 घंटे 15 मिनट, 6 सेकेंड तक रहने वाला है। पूजा के शुभ मुहूर्त की शुरूआत शाम 7 बजकर 15 मिनट से शुरू होगी जो कि 8 बजकर 36 मिनट तक रहेगी। आप इस शुभ मुहूर्त के दौरान ही पूजा करें। क्योंकि अगर दीपावली की पूजा शुभ मुहूर्त में नहीं की जाती है तो इसका फल नहीं मिलता है।
दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि (Diwali Laxmi Pujan Vidhi)
बेहद ही कम लोगों को दीपावली की पूजा विधि के बारे में पता होता है। अगर दीपावली के दिन पूजा विधि पूर्व ना की जाए को पूजा करने का फल नहीं मिलता है। इसलिए आप दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि (Diwali Laxmi Pujan Vidhi) सही करें। वहीं दिवाली लक्ष्मी पूजा विधि (Diwali Laxmi Pujan Vidhi) कैसे की जाती है, वो इस तरह है।
- दीपावली के दिन आप अपने घर की अच्छे से सफाई कर लें। इसके बाद शाम को पूजा घर में मां लक्ष्मी और गणेश जी की मूर्ति एक साथ रख कर इनकी पूजा करें।
- पूजा करने हेतु आप सबसे पहले मां लक्ष्मी को कमल के फूल और गणेश जी को दूर्वा घास चढ़ाएं। क्योंकि मा लक्ष्मी को कमल के फूल प्रिय होते हैं और गणेश जी को दूर्वा घास प्रसन्न है।
- ये करने के बाद आप खील और बताशे मां और गणेश दी के सामने रख दें और 13 दीपक जला दें। इन 13 दीपकों में से एक दीपक बड़ा होना चाहिए और ये दीपक रात भर तक जलना चाहिए।
- पूजा करते हुए आप मां लक्ष्मी की आरती गाएं और पूजा पूरी होने के बाद दीपकों को घर के कोनों में रख दें।
- वहीं मां को चढ़ाया गया फूल और गणेश जी को अर्पित की गई घास आप तिजोरी में रखें दें।
दिवाली का महत्व (Diwali Ka Mahatva)
दीपावली हिंदू धर्म में काफी महत्व रखती है और ये इस धर्म का सबसे बड़ा पर्व होता है। ये पर्व पांच दिनों तक चलता है और इस पर्व की शुरूआत धनतेरस के दिन से होती है और गोवर्धन पूजा के साथ समाप्त होता है। धनतेरस के बाद छोटी दीपवाली आती है, इसके बाद दीपावली का त्योहार आता है, फिर भईया दूजा और अंत में गोर्वधन पूजा।
शास्त्रों में दिवाली का महत्व (Diwali Ka Mahatva) बताते हुए लिखा गया है कि इस दिन घर को रोशन करने से घर के सारे दुख समाप्त हो जाते हैं और घर में मां लक्ष्मी का वास हो जाता है। जो लोग दीपावली के दिन सच्चे मन से पूजा करते हैं उन लोगों को धन प्राप्ति होती है और धन से जुड़ी तकलीफें दूर हो जाती हैं।
ये पर्व खुशाली का पर्व है और इसे मनाने से घर में सदा खुशियां बनीं रहती हैं। इस दिन घर में सफाई करने से घर के लोगों की रक्षा रोगों से होती है।
क्यों मनाई जाती है दीपावली (why we celebrate diwali in hindi)
काफी लोग यही सोचते हैं कि दीपावली क्यों मनाई जाती है (why we celebrate diwali in hindi)। दरअसल दीपावली को मनाने के पीछे कई सारी कथाएं हैं और ये कथाएं इस तरह से हैं।
दीपावली मनाने की कथा
दीपावली मनाने से जुडी पहली कथा के अनुसार कार्तिक अमावस्या के दिन सुमंद्र मंथन के दौरान मां लक्ष्मी सोने से भरा मटका लेकर प्रकट हुई थी। जिसके बाद से दीपावली का पर्व मनाया जाने लगा।
एक अन्य कथा के अनुसार कार्तिक अमावस्या के दिन राम जी अपनी पत्नी और भाई के साथ वनवास पूरा कर अपने राज्य वापस आए थे। जिसके बाद उनके राज्य के लोगों ने उनका स्वागत दीपको को जलाकर किया था और तभी से हर साल कार्तिक अमावस्या के दिन दीपावली का पर्व मनाया जाने लगा।
क्यों जलाए जाते हैं दीपक
दीपावली के दिन दीपक जलाना शुभ माना जाता है और इस पर्व के दिन दीपकों को जरूर जलाया जाता है। ऐसा कहा जाता है कि दीपावली के दिन घर को दीपकों की रोशनी से रोशन करने से घर की नकारत्मक ऊर्जा खत्म हो जाती है और घर में खुशियां बनी रहती है। दीपकों की रोशनी की तरह की घर सदा रोशन रहता है।